अचानक आई खबर…! सस्ता हुआ कच्चा तेल, जानिए अब क्या हो गईं डीजल-पेट्रोल की कीमतें Petrol-Diesel Price

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Petrol-Diesel Price:हाल के दिनों में कच्चे तेल की कीमतों में लगातार गिरावट देखी जा रही है। यह गिरावट भारतीय बाजार में पेट्रोल और डीजल की कीमतों पर भी असर डाल सकती है। आइए इस स्थिति का विस्तृत विश्लेषण करें।

कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट

शुक्रवार को कच्चे तेल की कीमत में 0.37 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई, जिससे यह 6,398 रुपए प्रति बैरल पर आ गई। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 76-79 डॉलर प्रति बैरल के बीच बनी हुई हैं। वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट कच्चा तेल 76.12 डॉलर प्रति बैरल पर और ब्रेंट क्रूड 79.05 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।

वायदा बाजार का रुख

वायदा कारोबार में भी कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट देखी गई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में कच्चे तेल का अगस्त माह में डिलिवरी होने वाला अनुबंध 24 रुपए या 0.37 प्रतिशत की गिरावट के साथ 6,398 रुपए प्रति बैरल पर पहुंच गया। इस गिरावट का कारण कमजोर हाजिर मांग और कारोबारियों द्वारा अपने सौदों की कटान करना माना जा रहा है।

प्रमुख शहरों में पेट्रोल-डीजल के दाम

तेल विपणन कंपनियों द्वारा 10 अगस्त 2024 को पेट्रोल और डीजल के ताजा मूल्य घोषित किए गए हैं। देश के प्रमुख महानगरों में ईंधन की कीमतें निम्नलिखित हैं:

1. दिल्ली: पेट्रोल 94.72 रुपये, डीजल 87.62 रुपये
2. मुंबई: पेट्रोल 104.21 रुपये, डीजल 92.15 रुपये
3. कोलकाता: पेट्रोल 104.95 रुपये, डीजल 91.76 रुपये
4. तमिलनाडु की राजधानी में, पेट्रोल की कीमत 100 रुपये 75 पैसे प्रति लीटर है, जबकि डीजल 92 रुपये 34 पैसे प्रति        लीटर पर बिक रहा है।
5. बेंगलुरु: पेट्रोल 102.84 रुपये, डीजल 88.95 रुपये

अन्य शहरों जैसे लखनऊ और चंडीगढ़ में भी कीमतें अलग-अलग हैं।

पिछली कीमत कटौती और भविष्य की संभावनाएं

15 मार्च को भारत सरकार ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 2 रुपए प्रति लीटर की कटौती की थी। यह कटौती लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए की गई थी। अब चुनाव समाप्त हो चुके हैं और यह देखना दिलचस्प होगा कि कब तक पेट्रोल-डीजल के दाम कम बने रहेंगे।

कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट का सीधा असर भारतीय उपभोक्ताओं पर पड़ सकता है। हालांकि, यह देखना बाकी है कि तेल कंपनियां इस गिरावट का लाभ उपभोक्ताओं तक पहुंचाएंगी या नहीं। साथ ही, अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव का प्रभाव भी देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ सकता है। आने वाले दिनों में सरकार और तेल कंपनियों के फैसले इस मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।

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