Petrol and Diesel Prices:ईंधन की कीमतें हमारे दैनिक जीवन को प्रभावित करती हैं। आइए जानें कि वर्तमान में पेट्रोल और डीजल के दाम क्या हैं और ये कैसे निर्धारित किए जाते हैं।
कीमतों का निर्धारण
2017 से, भारतीय तेल कंपनियां रोजाना सुबह 6 बजे पेट्रोल और डीजल की कीमतें तय करती हैं। ये दर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों पर निर्भर करती हैं। हालांकि, विभिन्न राज्यों में लगने वाले करों के कारण कीमतों में अंतर हो सकता है।
वर्तमान स्थिति
6 अगस्त, मंगलवार को, राष्ट्रीय स्तर पर ईंधन की कीमतों में कोई बदलाव नहीं देखा गया। परंतु, स्थानीय करों के कारण विभिन्न शहरों में कीमतें अलग-अलग हैं।
प्रमुख महानगरों में पेट्रोल की कीमतें
– दिल्ली: प्रति लीटर ₹94.72
– मुंबई: प्रति लीटर ₹104.21
– कोलकाता: प्रति लीटर ₹104.95
– चेन्नई: प्रति लीटर ₹100.75
– बेंगलुरु: प्रति लीटर ₹102.84
प्रमुख महानगरों में डीजल की कीमतें
– दिल्ली: प्रति लीटर ₹87.62
– मुंबई: प्रति लीटर ₹92.15
– कोलकाता: प्रति लीटर ₹91.76
– चेन्नई: प्रति लीटर ₹92.34
– बेंगलुरु: प्रति लीटर ₹88.95
अन्य प्रमुख शहरों में ईंधन की कीमतें
– नोएडा: पेट्रोल ₹94.66, डीजल ₹87.76
– गुड़गांव: पेट्रोल ₹94.90, डीजल ₹87.76
– लखनऊ: पेट्रोल ₹94.50, डीजल ₹88.86
– कानपुर: पेट्रोल ₹94.50, डीजल ₹88.86
– प्रयागराज: पेट्रोल ₹94.46, डीजल ₹88.74
– वाराणसी: पेट्रोल ₹95.05, डीजल ₹88.24
– पटना: पेट्रोल ₹106.06, डीजल ₹92.87
– जयपुर: पेट्रोल ₹104.85, डीजल ₹90.32
– हैदराबाद: पेट्रोल ₹107.41, डीजल ₹95.65
हालिया कीमत परिवर्तन
मार्च में, राष्ट्रीय स्तर पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर की कटौती की गई थी। जून में, कुछ स्थानों पर कीमतों में मामूली उतार-चढ़ाव देखा गया। यह ध्यान देने योग्य है कि ये कीमतें स्थानीय करों के कारण अलग-अलग राज्यों और शहरों में भिन्न हो सकती हैं।
कीमतों का प्रभाव
ईंधन की कीमतों का प्रभाव न केवल वाहन चालकों पर, बल्कि समग्र अर्थव्यवस्था पर भी पड़ता है। उच्च ईंधन कीमतें परिवहन लागत को बढ़ा सकती हैं, जिससे अन्य वस्तुओं और सेवाओं की कीमतें भी प्रभावित हो सकती हैं।
पेट्रोल और डीजल की कीमतें लगातार बदलती रहती हैं। उपभोक्ताओं के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वे अपने क्षेत्र में वर्तमान कीमतों से अवगत रहें। साथ ही, ईंधन की खपत को कम करने के उपायों पर विचार करना भी लाभदायक हो सकता है, जैसे सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करना या ईंधन-कुशल वाहनों का चयन करना।
ईंधन की कीमतों में उतार-चढ़ाव एक निरंतर प्रक्रिया है, और यह अंतरराष्ट्रीय बाजार की गतिविधियों से प्रभावित होती रहेगी। उपभोक्ताओं और नीति निर्माताओं दोनों के लिए इन परिवर्तनों पर नजर रखना महत्वपूर्ण है।