Gold Prices Today:सोने के भाव पिछले तीन दिनों से लगातार नीचे की ओर जा रहे हैं। यह गिरावट का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है, जिससे बाजार में हलचल मची हुई है। बुधवार को जहां सोना 71,650 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था, वहीं गुरुवार को यह और नीचे आ गया। यह लगातार तीसरा दिन था जब सोने के भाव में कमी देखी गई।
चांदी के दाम में भी बड़ी कमी
सोने के साथ-साथ चांदी की कीमतों में भी बड़ी गिरावट आई है। चांदी का भाव 3,500 रुपये की जबरदस्त गिरावट के साथ 84,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गया। बुधवार को कारोबार के अंत में चांदी 87,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंची थी। यह मूल्य पिछले दिन के कारोबार का अंतिम भाव था, जो अगले दिन की शुरुआत के लिए आधार बना।
पिछले तीन दिनों का हाल
पिछले तीन कारोबारी दिनों में सोने के दाम में जबरदस्त गिरावट आई है। 23 जुलाई से लेकर अब तक, सोना कुल 5,000 रुपये सस्ता हो गया है। इसमें सबसे बड़ी गिरावट 23 जुलाई को देखी गई, जब एक ही दिन में सोने के भाव 3,350 रुपये लुढ़क गए। यह इस साल की सबसे बड़ी एक दिन की गिरावट थी।
सरकार के फैसले का असर
इस गिरावट का एक बड़ा कारण सरकार का हालिया फैसला है। मंगलवार को पेश किए गए बजट में सरकार ने सोने और चांदी सहित कई उत्पादों पर सीमा शुल्क में कटौती का ऐलान किया। सोने और चांदी पर कस्टम ड्यूटी को 15 प्रतिशत से घटाकर महज 6 प्रतिशत कर दिया गया है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार का रुख
केवल भारत में ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट देखी जा रही है। अंतरराष्ट्रीय बाजार कॉमेक्स में सोना 42.20 डॉलर प्रति औंस की गिरावट के साथ 2,421.80 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था। वहीं न्यूयॉर्क में चांदी 28.04 डॉलर प्रति औंस पर बंद हुई।
व्यापारियों की नजर में
व्यापारियों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कमजोरी के साथ-साथ स्थानीय आभूषण विक्रेताओं की ओर से लगातार बिकवाली भी सोने की कीमतों में गिरावट का एक कारण है।
आम लोगों पर असर
सोने और चांदी की कीमतों में आई इस गिरावट का सीधा असर आम लोगों पर पड़ेगा। जो लोग सोना या चांदी खरीदने की योजना बना रहे थे, उनके लिए यह एक अच्छा मौका हो सकता है। वहीं, जिन लोगों के पास पहले से सोना या चांदी है, उनके निवेश का मूल्य कम हो गया है।
भविष्य की संभावनाएं
हालांकि यह गिरावट कितने समय तक जारी रहेगी, यह कहना मुश्किल है। कीमतों का रुख आने वाले दिनों में वैश्विक अर्थव्यवस्था की स्थिति, सरकार की नीतियों और बाजार की मांग जैसे कई कारकों पर निर्भर करेगा।
सोने और चांदी की कीमतों में आई यह गिरावट एक तरफ जहां खरीदारों के लिए अच्छी खबर है, वहीं दूसरी ओर यह निवेशकों के लिए चिंता का विषय भी बन सकती है। ऐसे में, निवेश या खरीदारी के फैसले लेते समय बाजार की स्थिति पर गहराई से नजर रखना जरूरी है।