Gaw ki Beti Yojana:शिक्षा हर व्यक्ति का अधिकार है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में अक्सर बालिकाओं को इस अधिकार से वंचित रखा जाता है। इसी समस्या को दूर करने के लिए सरकार ने 1 जून 2005 को ‘गांव की बेटी योजना’ की शुरुआत की। आइए इस महत्वपूर्ण योजना के बारे में विस्तार से जानें।
योजना का उद्देश्य
गांव की बेटी योजना का मुख्य लक्ष्य ग्रामीण क्षेत्रों की प्रतिभाशाली बालिकाओं को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना है। इस योजना के तहत, सरकार गरीब परिवारों की मेधावी छात्राओं को आर्थिक सहायता प्रदान करती है, ताकि वे बिना किसी बाधा के अपनी पढ़ाई जारी रख सकें।
आर्थिक सहायता का विवरण
इस योजना के अंतर्गत, प्रत्येक गांव की 12वीं कक्षा में प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण होने वाली बालिकाओं को ₹500 प्रति माह की आर्थिक सहायता दी जाती है। यह राशि 10 महीनों तक प्रदान की जाती है, जो छात्राओं के लिए एक बड़ी मदद साबित होती है।
पात्रता मानदंड
गांव की बेटी योजना का लाभ लेने के लिए कुछ शर्तें पूरी करनी होती हैं:
1. बालिका को 12वीं कक्षा में कम से कम 60% या उससे अधिक अंक प्राप्त करने चाहिए।
2. छात्रा का निवास ग्रामीण क्षेत्र में होना आवश्यक है।
आवेदन प्रक्रिया
योजना के लिए आवेदन करना अब बहुत आसान हो गया है। इसके लिए निम्न चरणों का पालन करें:
1. एमपी स्टेट स्कॉलरशिप पोर्टल पर जाएं।
2. नया उपयोगकर्ता होने पर पंजीकरण करें।
3. अपनी जानकारी सही-सही भरें और आईडी को सत्यापित करें।
4. प्राप्त यूजर आईडी और पासवर्ड से लॉगिन करें।
5. ‘गांव की बेटी योजना’ के लिए ऑनलाइन आवेदन करें।
6. सभी आवश्यक दस्तावेज अपलोड करें।
7. आवेदन का प्रिंटआउट लेकर अपने पास रखें।
योजना का महत्व
गांव की बेटी योजना ग्रामीण समाज में एक बड़ा बदलाव ला रही है। यह न केवल बालिकाओं को शिक्षा के लिए प्रोत्साहित कर रही है, बल्कि उनके परिवारों को भी आर्थिक बोझ से राहत दे रही है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ रही है और लड़कियों के प्रति समाज का दृष्टिकोण भी बदल रहा है।