SBI Mutual Fund:एसबीआई म्यूचुअल फंड हाउस की एक प्रमुख योजना, एसबीआई फोकस्ड इक्विटी फंड, ने हाल ही में अपने 19 साल पूरे किए हैं। इस अवधि में फंड ने निवेशकों को उत्कृष्ट रिटर्न प्रदान किया है। आइए इस फंड के प्रदर्शन, निवेश रणनीति और निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण बिंदुओं पर एक नज़र डालें।
उत्कृष्ट प्रदर्शन का इतिहास
एसबीआई फोकस्ड इक्विटी फंड ने पिछले 19 वर्षों में एसआईपी (सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) निवेशकों को 16.73% का सालाना औसत रिटर्न दिया है। यह आंकड़ा इस फंड की मजबूत प्रदर्शन क्षमता को दर्शाता है।
निवेश का प्रभावशाली परिणाम
यदि कोई निवेशक 19 साल पहले इस फंड में 10,000 रुपये की मासिक एसआईपी शुरू करता, तो 1 अगस्त 2024 तक उसका निवेश बढ़कर लगभग 1.39 करोड़ रुपये हो जाता। यह मूल निवेश राशि 22.80 लाख रुपये का छह गुना से अधिक है, जो फंड के असाधारण प्रदर्शन को दर्शाता है।
एकमुश्त निवेश के साथ एसआईपी का लाभ
फंड में एकमुश्त निवेश के साथ नियमित एसआईपी का संयोजन और भी बेहतर परिणाम दे सकता है। उदाहरण के लिए, 1 लाख रुपये का प्रारंभिक निवेश और उसके बाद 10,000 रुपये की मासिक एसआईपी 19 साल में बढ़कर लगभग 1.56 करोड़ रुपये हो जाती, जो कुल निवेश 23.80 लाख रुपये का 6.57 गुना है।
फंड का पोर्टफोलियो विश्लेषण
एसबीआई फोकस्ड इक्विटी फंड मुख्य रूप से इक्विटी में निवेश करता है। 1 अगस्त 2024 तक के आंकड़ों के अनुसार:
– 93.92% इक्विटी में
– 0.57% ऋण उपकरणों में
– 5.51% नकद और समकक्ष संपत्तियों में
मार्केट कैपिटलाइजेशन के आधार पर निवेश:
– 73.56% लार्ज कैप
– 25.24% मिड कैप
– 1.2% स्मॉल कैप
निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण बिंदु
1. बाजार का प्रभाव: म्यूचुअल फंड का प्रदर्शन शेयर बाजार से प्रत्यक्ष रूप से जुड़ा होता है। बाजार में उतार-चढ़ाव का प्रभाव फंड के मूल्य पर पड़ सकता है।
2. भविष्य के प्रदर्शन की अनिश्चितता: पिछला प्रदर्शन भविष्य के रिटर्न की गारंटी नहीं देता। निवेशकों को इस तथ्य को ध्यान में रखना चाहिए।
3. जोखिम मूल्यांकन: निवेश से पहले अपनी जोखिम सहने की क्षमता का आकलन करें। हर निवेशक की जोखिम प्रोफाइल अलग होती है।
4. दीर्घकालिक दृष्टिकोण: इक्विटी निवेश में लंबी अवधि का दृष्टिकोण रखना महत्वपूर्ण है। अल्पकालिक उतार-चढ़ाव से घबराए बिना धैर्य रखें।
5. नियमित निवेश: एसआईपी जैसे नियमित निवेश विकल्प चुनें। यह बाजार के उतार-चढ़ाव का लाभ उठाने में मदद करता है और औसत निवेश लागत को कम करता है।
एसबीआई फोकस्ड इक्विटी फंड ने पिछले दो दशकों में शानदार प्रदर्शन किया है। हालांकि, निवेशकों को याद रखना चाहिए कि म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार जोखिम के अधीन होता है। सावधानीपूर्वक योजना बनाकर, अपनी जोखिम क्षमता का आकलन करके और लंबी अवधि के लिए निवेश करके, निवेशक इस तरह के फंडों से अच्छा लाभ उठा सकते हैं। नियमित निवेश और धैर्य रखना सफल निवेश का मूल मंत्र है।