Gold Price Today:सोमवार को बाजार में सोने और चांदी के मूल्य में अचानक बड़ी गिरावट आई, जिसने निवेशकों से लेकर आम जनता तक सभी का ध्यान आकर्षित किया। यह अप्रत्याशित मूल्य परिवर्तन कीमती धातुओं के बाजार में एक महत्वपूर्ण घटना के रूप में सामने आया है। आइए विस्तार से जानें कि क्या है इस गिरावट का कारण और इसका क्या असर हो सकता है।
सोने की कीमत में आई भारी गिरावट
दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने का भाव 950 रुपये गिरकर 71,050 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। यह गिरावट आभूषण विक्रेताओं की कम मांग के कारण आई है। उच्च शुद्धता वाले सोने की कीमत पिछले दिन 72,000 रुपये थी, जबकि कम शुद्धता वाला सोना 1,650 रुपये गिरकर 70,700 रुपये प्रति दस ग्राम हो गया।
चांदी की कीमत में रिकॉर्ड गिरावट
चांदी की कीमत में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली। चांदी का भाव 4,500 रुपये गिरकर 84,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गया। यह 2024 में एक दिन में चांदी की कीमत में आई सबसे बड़ी गिरावट है। चांदी का मूल्य पिछले कारोबार में 89,000 रुपये प्रति किलो पर ठहरा था।
गिरावट के प्रमुख कारण
- आभूषण विक्रेताओं की कम मांग: बाजार में आभूषण विक्रेताओं और खुदरा खरीदारों की मांग में कमी आई है, जिससे सोने की कीमतों पर दबाव बना।
- सीमा शुल्क में कटौती: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने हाल ही में बजट में सोने पर सीमा शुल्क को 15 प्रतिशत से घटाकर 6 प्रतिशत कर दिया है। इस कदम का घरेलू बाजार पर गहरा असर पड़ा है।
- औद्योगिक मांग में कमी: सिक्का निर्माताओं और औद्योगिक इकाइयों की ओर से चांदी की कम मांग ने इसकी कीमतों को प्रभावित किया है।
वैश्विक बाजार में स्थिति
हालांकि, वैश्विक स्तर पर सोने की कीमतों में मामूली बढ़ोतरी देखी गई। कॉमेक्स में सोना 10.60 डॉलर प्रति औंस बढ़कर 2,438.50 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था। विशेषज्ञों का मानना है कि इस सप्ताह निवेशकों की नजर फेडरल रिजर्व की नीतिगत बैठक, अमेरिकी उपभोक्ता विश्वास, कारखाना ऑर्डर और रोजगार बाजार के आंकड़ों पर रहेगी।
वायदा कारोबार में उतार-चढ़ाव
वायदा कारोबार में सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखा गया। सोमवार को सोने की कीमत 252 रुपये बढ़कर 68,438 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। वहीं चांदी की कीमत 465 रुपये बढ़कर 81,836 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।
निवेशकों और उपभोक्ताओं पर प्रभाव
- निवेशकों के लिए: सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट निवेशकों के लिए खरीदारी का अच्छा मौका हो सकता है। हालांकि, बाजार की अस्थिरता को देखते हुए सावधानी बरतने की जरूरत है।
- उपभोक्ताओं के लिए: आम उपभोक्ताओं के लिए यह समय सोने के आभूषण खरीदने के लिए अनुकूल हो सकता है, क्योंकि कीमतें पिछले कुछ महीनों की तुलना में कम हैं।
- उद्योग पर प्रभाव: सोने और चांदी पर निर्भर उद्योगों, जैसे आभूषण निर्माण और इलेक्ट्रॉनिक्स, पर इस गिरावट का मिश्रित प्रभाव पड़ सकता है।
सोने और चांदी की कीमतों में आई इस गिरावट ने बाजार में हलचल मचा दी है। यह गिरावट मुख्य रूप से घरेलू कारकों, जैसे कम मांग और सीमा शुल्क में कटौती, के कारण आई है। हालांकि, वैश्विक बाजार में कीमतें अभी भी मजबूत बनी हुई हैं। निवेशकों और उपभोक्ताओं को बाजार की स्थिति पर नजर रखने और सोच-समझकर निर्णय लेने की सलाह दी जाती है। आने वाले दिनों में अंतरराष्ट्रीय घटनाक्रम और घरेलू मांग इन कीमतों को और प्रभावित कर सकते हैं।