Gold Price Today:हाल ही में पेश किए गए बजट 2024 में सरकार ने सोने और चांदी पर आयात शुल्क में बड़ी कटौती की है। इस फैसले का बहुमूल्य धातुओं की कीमतों पर गहरा असर देखने को मिला है। आइए इस बदलाव और इसके प्रभावों को विस्तार से समझें।
आयात शुल्क में कटौती का फैसला
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोने और चांदी पर आयात शुल्क 15% से घटाकर 6% कर दिया है। यह 9% की बड़ी कमी है। इस कदम का मुख्य उद्देश्य सोने का आयात सस्ता करना और अवैध तस्करी रोकना है।
कीमतों पर तुरंत असर
इस फैसले का असर तुरंत दिखा:
- मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर सोने की कीमत 4,804 रुपये गिरकर 68,186 रुपये प्रति दस ग्राम हो गई।
- चांदी 8,275 रुपये घटकर 81,371 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई।
सर्राफा बाजार में उतार-चढ़ाव
दिल्ली के सर्राफा बाजार में भी कीमतों में बदलाव हुआ:
- सोना 50 रुपये बढ़कर 70,700 रुपये प्रति दस ग्राम हुआ।
- चांदी 400 रुपये बढ़कर 84,400 रुपये प्रति किलोग्राम पहुंची।
- पिछले हफ्ते की तुलना में सोना 2,573 रुपये और चांदी 4,900 रुपये प्रति किलोग्राम सस्ती हुई।
विभिन्न शुद्धता के सोने के दाम
इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार:
- 24 कैरेट: 6,813 रुपये प्रति ग्राम
- 22 कैरेट: 6,650 रुपये प्रति ग्राम
- 20 कैरेट: 6,064 रुपये प्रति ग्राम
- 18 कैरेट: 5,519 रुपये प्रति ग्राम
- 14 कैरेट: 4,394 रुपये प्रति ग्राम
999 शुद्धता वाली चांदी 81,271 रुपये प्रति किलोग्राम रही।
इस फैसले के संभावित फायदे
विशेषज्ञों के अनुसार, इस फैसले से कई फायदे हो सकते हैं:
- सोने की तस्करी पर रोक लगेगी।
- आभूषण उद्योग को बढ़ावा मिलेगा।
- निवेशकों को नए अवसर मिलेंगे।
- खुदरा निवेशकों को सोने की नई कीमतों से लाभ होगा।
ध्यान देने योग्य बातें
- अचानक हुए इस बदलाव से थोड़े समय के लिए बाजार में उथल-पुथल हो सकती है।
- निवेश करने से पहले बाजार की स्थिति को ध्यान से समझें।
- विशेषज्ञों की सलाह लेकर ही कोई बड़ा निवेश करें।
बजट 2024 में सोने और चांदी पर आयात शुल्क में की गई कटौती एक महत्वपूर्ण फैसला है। इससे न केवल कीमतों में बदलाव आया है, बल्कि यह तस्करी रोकने और आभूषण उद्योग को बढ़ावा देने में भी मदद करेगा। निवेशकों और खरीदारों के लिए यह एक अच्छा मौका हो सकता है। हालांकि, बाजार की अनिश्चितता को देखते हुए, सावधानी बरतना जरूरी है। आने वाले समय में यह देखना रोचक होगा कि यह फैसला भारतीय सोना बाजार को कैसे प्रभावित करता है।